क्लाउड-आधारित सेवाओं का उदय न केवल व्यापार संचालन में बल्कि व्यक्तिगत जीवन में भी पारदर्शिता और दक्षता लेकर आया है। फाइल साझा करना, प्रौद्योगिकी का उपयोग और रीमोट वर्किंग के नए मॉडल का उत्कृष्ट उदाहरण है। पर इसके सफल और सीमाओं के बीच की अंतर को अभी भी समझना बाकी है…
क्लाउड-आधारित सेवाएँ व्यापारिक रूप से किफ़ायती और संगठित रहती हैं। वे असीमित स्टोरेज और स्केलेबिलिटी प्रदान करती हैं, जिससे छोटे व्यवसाय भी बड़े स्तर पर प्रतियोगिता कर सकते हैं। पर इस प्रौद्योगिकी में अनेक कमियों का भी सामना करना पड़ सकता है…
क्लाउड सर्विसेस के माध्यम से कस्टमर एक्सपीरियंस में भी सुधार हुआ है। इनका इस्तेमाल करने वाले ग्राहक अब जल्दी से समाधान पा सकते हैं और अपनी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। ये सेवा दूषित हो चुकी परंपराओं को कम कर एक नवीन प्रणाली का निर्माण कर रही है। लेकिन इस प्रक्रिया में कई बदलाव अभी भी करने पड़ सकते हैं…
विभिन्न उद्योगों ने क्लाउड पर निर्भर हो के गति को पकड़ लिया है। उनकी क्षमता से व्यापार प्रक्रियाओं को न केवल तेज़ बनाया है बल्कि वे अधिक सूक्ष्म और लक्षित भी हो गई हैं। यह क्षमता का नया चरण दर्शाती है, मगर उसके नए आयाम अज्ञात हैं…